GLORY OF LORD RAMA




Saturday, December 27, 2025

बंदउँ खल जस सेष सरोषा। सहस बदन बरनइ पर दोषा॥ पुनि प्रनवउँ पृथुराज समाना। पर अघ सुनइ सहस दस काना॥ बहुरि सक्र सम बिनवउँ तेही। संतत सुरानीक हित जेही बचन बज्र जेहि सदा पिआरा। सहस नयन पर दोष निहारा॥